इनकी कितनी बेइज्जती हुई होगी इसकी कल्पना की जा सकती है.
4.
हर रोज यहां स्थिति क्या होती होगी, इसकी कल्पना की जा सकती है.
5.
फिर तुम्हारा और हमारा भारत किस हाल में होगा इसकी कल्पना की जा सकती है!!
6.
इतनी रोटी बनाने के लिए कितना आटा माड़ना पड़ता होगा, इसकी कल्पना की जा सकती है.
7.
जब मीडिया का आदमी इतना झेलता है तो आम लोग कितना झेलते होंगे, इसकी कल्पना की जा सकती है.
8.
क्या इसकी कल्पना की जा सकती है कि भ्रष्टाचार या भयानक क्रिमिनल टाइप के मामले में कोई नेता, मंत्री या पूर्व मंत्री बिना दोषी साबित हुए इतने साल जेल में बिता दे।
9.
भोले अवचेतन मन में भी इसकी कल्पना की जा सकती है कि ब्रिटेन को फासीवाद की और धकेल दिए जाने के लिए होने वाला परमाणु युद्ध जो रूक गया वह अवश्य ही कुछ नाटकीय रंग लाएगा.
10.
उस पर भी विपक्ष वो भी काफी दमदार क्या हस्र होगा इप सपाई जनप्रतिनिधियों का उस पर भी अन्दर खाने नही खुलेआम मीडिया का विरोध सामने आयेगा तब क्या होगा इसकी कल्पना की जा सकती है ।